19 हाथियों के दल ने रौंद दी 10 एकड़ धान की फसल, ग्रामीणों में फैला दहशत, वन विभाग ने गांवों में करवाई मुनादी
किसानों को फसल नुकसान का सता रहा है डर


महासमुंद। सरायपाली. गोमर्डा अभ्यारण्य की ओर 19 हाथियों का दल विकासखंड के कुछ गांवों में विगत तीन दिनों से पहुंचा हुआ है. अभी तक 10 एकड़ से अधिक धान के फसल को हाथियों का झुंड रौंद चुका है. ग्राम घेंसपाली में 5 एकड़ फसल को बर्बाद करने के बाद हाथियों के मौजूदगी की जानकारी वन विभाग को मिली. ऐहतियात के तौर पर आसपास के ग्रामीणों को सतर्क रहने की सलाह देते हुए मुनादी करवायी गई हैै, 4 सितम्बर को ग्राम घेंसपाली के दो किसान उत्तम पटेल एवं प्रहल्लाद पटेल के खेत में लगे धान को हाथियों ने रौंद दिया. रोपा लगाने में जिस तरह से खेत की जोताई की जाती है वैसा ही दृश्य फिलहाल नजर आ रहा है. आज शुक्रवार को भी हाथियों का दल ग्राम कलेण्डा, भगत सरायपाली से होकर जंगल की ओर गया है.ग्राम कलेण्डा के किसान बलदेव, आनंद सिंग, रत्थू सिंग के लगभग 5 एकड़ से अधिक फसल को नुकसान पहुंचाया है, जानकारी मुताबिक कुल 19 हाथियों का दल है जिसमें 12 नर-मादा के अलावा 7 शावक हाथी देखे गए हैं. ग्राम घेंसपाली के सड़क से पार होते समय हाथियों का मल भी गिरा हुआ है इसके बाद ही हाथियों के आने की खबर मिली. सुबह होते ही जब किसान अपने खेतों को देखने गए तो 5 एकड़ के धान की लहलहाती फसल को हाथियों ने रौंद दिया था. जिन खेतों एवं खेत मेड़ से होकर हाथियों का दल गुजरा है वहां भी नुकसान हुआ है. कई खेत के मेड़ भी हाथियों के पैरों के तले धंस गए हैं. अभी तक जंगल में ही हाथियों के मौजूदगी होने की जानकारी मिल रही है. मौका पाकर जंगल क्षेत्र के समीप खेतों में लगे फसल को पुनरू नुकसान पहुंचा सकते हैं इसे लेकर इस क्षेत्र के किसान चिंतित हैं, वहीं लोगों के जान-माल को भी खतरा न पहुंचे इसके लिए ग्रामीणों को जंगल में जाने की मनाही की गयी है तो वहीं शाम होने के बाद कहीं जाने से बचने की सलाह भी वन विभाग के द्वारा दी गयी है. वन विभाग की ओर से जंगल किनारे बसे ग्रामीणों को अपने घरों के सामने सूखी मिर्च को जलाने की सलाह दी गयी है जिससे हाथी आबादी क्षेत्रों में तक न पहुंच सके, इस संबंध में डिप्टी रेंजर सिंघोड़ा संतोष पैंकरा से पूछे जाने पर बताया कि हाथियों के आने की जानकारी है. गोमर्डा की ओर से हाथियों के आने की संभावना है. कुछ किसानों के फसल का नुकसान हुआ है. लोगों को सुरक्षा के तौर पर कुछ सलाह दिए गए हैं. फसल नुकसान का मुआवजा प्रकरण भी बनाया जा रहा है. अब तक कोई जन हानि नही हुई है. वन विभाग की ओर गश्त किया जा रहा है।