महासमुंद/सरायपाली l वनांचल बाहुल्य गांव बांझापाली में कार्यरत व्याख्याता अशोक साहू को शाला परिवार एवं ग्रामीणों ने जोरदार स्वागत सत्कार के साथ उनके स्थानांतरण होने पर विदाई दी। अधिकतर शिक्षकों के सेवानिवृत्ति होने पर ही बड़े कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं लेकिन विगत 16 वर्षों से यहां कार्यरत रहे शिक्षक से व्याख्याता बने तथा प्रभारी प्राचार्य रहे अशोक साहू के ग्राम केंदूढार स्थानांतरण होने पर शिक्षक दिवस के दिन गाजे-बाजे के साथ अभूतपू्र्व विदाई दी गई । विद्यालय में आयोजित कार्यक्रम के पश्चात पूरे गांव में उनको भ्रमण कराया गया जहां सभी घरों से महिलाएं अभिभावक पूर्व-छात्र दीपक जलाकर, आरती उतारकर श्रीफल एवं अंग वस्त्र देकर उनका सम्मान किया, शाला में आयोजित कार्यक्रम में वर्तमान संस्था प्रभारी पवन यादव ने श्री साहू के वर्ष 2003 में पदस्थ होने तथा उनके शिक्षक से पदोन्नत होकर व्याख्याता बनने तक एवं उनके द्वारा स्कूल में किए गए उल्लेखनीय कार्यों के बारे में बताया। गांव के गणमान्य नागरिक संजय प्रधान ने अपने संबोधन में कहा की श्री साहू के आने के बाद हमारे गांव के विद्यार्थी कॉलेज तक की शिक्षा ग्रहण करने के लिए प्रेरित हुए पहले केवल दसवीं तक पढ़ने के बाद पढ़ाई छोड़ देते थे । उन्होने स्कूल के प्रति श्री साहू के लगन किए मेहनत को याद किया। अंतर्यामी प्रधान ने कहा विगत 16 वर्षों से यहां पर कार्य कर रहे थे इसके चलते सभी अभिभावकों ग्रामीणों, बच्चों से विशेष लगाव उनका बना हुआ है। उनके चले जाने की कमी हमेशा बनी रहेगी। अशोक सराफ ने श्री साहू की भूरी भूरी प्रशंसा की एवं उनके आगे का अच्छा रहने की कामना की, श्री साहू में अपने संबोधन में बच्चों को मेहनत से पढ़ाई करने व आगे बढ़ने की प्रेरणा दी। इस दौरान ग्रामीणों द्वारा किए गए अभूतपूर्व स्वागत के लिए बहुत-बहुत आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर प्रभारी प्राचार्य पवन यादव, प्रधान पाठक लालमणि बरिहा, संकुल समन्वयक लालभूषण पाढ़ी सहित सभी शिक्षक एवं ग्रामीण मौजूद थे।
ग्रामीणों ने दी शिक्षक को अनोखी विदाई, शिक्षक की आरती उतारकर गाजे-बाजे के साथ गांव में निकाली रैली