इमाम की याद मे उठाया ताज़ीया किए भंडारे पानी की भी साबिल रही जारी

मकनपुर(अमर स्तम्भ)। आज दिनाक 10 सितंबर बिल्हौर तहसील के ग्राम मकनपुर मे हर वर्ष की भाँति इस वर्ष सन 61 हिजरी मे हुए वाक्ये कर्बला मे शहीद हज़रत इमाम हुसैन अ. स. वा 72 शहीदाने कर्बला की याद मे ख़ानकाहे आलिया मदारीया से ताज़ीया शरीफ़ उठाया गया साथ ही एक ताज़ीया आधियाई चौथाई, के अलावा अहमद शेर. तोप्ची. बुढिया वाला चौक. अंसारी वाला चौक. राजो वाला चौक. आदि इमाम चौको से ताज़ीया शरीफ़ उठा गया जिसमे जिसमें तमाम आशिक हुसैन ने मनकबते हुसैन सुनाई तो वही मौलाना सय्यद अराफात जाफरी ने आएसी तहरीर (बयान) किया लोगों के आंसू आ गए साथ ही. कर्बल का अनोखा जंगल है तीरो मे हवा बल खाती है, आशिके हुसैन ने वा अंजुमने जाफरीया के सदस्यों ने छाती कुटी वा छुरियों का मातम किया, उसके साथ ही मकनपुर की गालियों मे जगह जगह पर लंगर (भंडारा) के अतिमाम. (इंतज़ाम) किया पानी की सबीले. खीर. चाय. बूंदी. जलेबी. लड्डू. ज़रदा. बिरियानी. शर्बत. बिस्किट. केला. सेब इन तमाम इंतज़ाम को इब्ने अली कमेटी. फ़ैज़ाने ज़ैनब कमेटी. वा मकनपुर की और बहुत सी कमेटियों ने किया, शाम के समय मे करीब 4 बजे ताज़ीया कर्बला ले जाया गया उसके बाद ताज़ीया अधियाई वा चौथियाई खानकाही इमाम बारगाह. हज़रत सय्यद बदी उद्दीन ज़िन्दा मदार की दरगाह पर पहुंचाया गया जहा पर फातिहा के बाद देग़े बाती गई. देग़े बताने वाले राजेश ने बताया कि हम लोग इमाम की याद मे हर वर्ष ज़रदे की डेग़े बनाते है और बांटते है उसके बाद नाट का कुंआ मकनपुर मे फ़ैज़ाने ज़ैनब कमेटी ने शामे ग़रीबा का अयोजन किया जिसमे तमाम लोगों ने हजरत इमाम हुसैन को अपनी अपनी तरह से खिराजे अकीदत पेश की।