कवर्धा(अमर स्तम्भ)। पंडरिया से 37 किलोमीटर दूर ग्राम अचर्रा मार्ग को आम तौर पर बजाग मार्ग के नाम पर लोग जानते हैं लोक निर्माण विभाग की इस सड़क की हालत इतनी खराब है कि आदमी तो क्या जानवर भी चलने को कतराते हैं लेकिन उनकी मजबूरी है जान जोखिम में डाल कर चलना क्योंकि दोनों साइड खेतों पर फसल लगा हुआ नुकसान हुआ तो किसान का लाठी चार्ज हो जायेगा पर इस सड़क मार्ग की दुर्दशा के लिए जिम्मेदार विभाग के अफसरों और ठेकेदार पर कार्रवाई कौन करें खराब गुणवत्ता का खामियाजा आम आदमी को भुगतना पड़ रहा है । बजाग मार्ग बैगा बाहूल्य पहाड़ी इलाकों को जोड़ती हुई दो राज्यों की सीमा रेखा को मिलाती है इस क्षेत्र के लोगों के लिए इस मार्ग को लाइफलाइन कहे तो किसी को आश्चर्य नहीं होना चाहिये बाउजूद जिलाप्रशासन और सरकार की नजर सड़क गुणवत्ता पर नही रहा है खामियाजा सभी भुगत रहे हैं । तुलनात्मक अध्ययन किया जाय तो अचरा के आगे की सड़क मध्यप्रदेश की सरकार ने बनाई है जो अबतक खराब नही हुई है । समय सीमा से पहले ही करोडों की सड़क अनिल बिड कान के ठेकेदार ने खराब किया था जांच के बाद गुणवत्ता हीन सड़क बताया गया जांच की आंच पर क्या हुआ किसी को पता नही चला । ऊपर से खराब सड़क की कमियों को दबाने के लिये लगभग 1 करोड़ रुपये की लागत से रिपेयरिंग वर्क का कार्य वर्ष 2018में करवाया गया है । फिर भी सड़क की हालात में कोई सुधार नही हो सका है ।आज सड़क की हालत बद से बत्तर हो गया है । एक तरफ सरकार परिवहन नियम में परिवर्तन कर कड़ाई से पालन करने के नाम पर जुर्माना की राशि बढाकर नियम को पालन करने में लगकर दुर्घटना से बचाने का प्रयास कर रही है किन्तु खराब सड़क से लोग रोज दुर्घटनाग्रस्त हो रहें हैं उसके लिये जिम्मेदार अफसरों और ठेकेदारों पर कोई कार्रवाई नही किया जा रहा है । पंडरिया से कुकदूर अचरा बजाग मार्ग की हालात इतनी खराब हो गई है कि 37 किलोमीटर मार्ग में सफर करना बेहद ही खतरनाक साबित हो सकता है चूंकि सड़क गड्ढे में है कि गड्ढे में सड़क है यह कहना भी लोगों को मजाक लगता है । बहरहाल अब देखना ये है कि जिला प्रशासन आम लोगों की सुविधा को ध्यान में रखकर कौन सी बेहतर प्रबन्ध करा पाती है ।
पंडरिया से अचर्रा बजाग मार्ग की हालात बद से बदत्तर,सड़क खराबी के लिये जिम्मेदार अफसरों और ठेकेदारों पर कार्रवाई क्यों नहीं,सड़क गड्ढे में है कि गड्ढे में सड़क कौन बताय?