पोला पर्व में बैल सज्जा प्रतियोगिता संपन्न, महामाया मन्दिर ट्रस्ट का आयोजन


रतनपुर। छत्तीसगढ़ की लोक संस्कृति के संरक्षण संवर्धन तथा प्रोत्साहन के मद्देनजर महामाया मंदिर ट्रस्ट के द्वारा पोला पर्व पर बैल सज्जा का आयोजन कराया गया,जिसमे आसपास क्षेत्र के 72 बैलों को सजाकर इस प्रतियोगीता में अभ्यर्थियों ने शामिल किया था, विदित हो कि महामाया मन्दिर ट्रस्ट द्वारा पोला पर्व के अवसर पर पर 30 अगस्त की दोपहर को  बैल सज्जा प्रतियोगिता का आयोजन महामाया मंदिर परिसर के भागवत मंच परिसर में  किया गया, प्रतियोगिता प्रारम्भ के पूर्व  सर्वप्रथम सभी  पारम्परिक वस्त्रों से सजे हुए बैलों की विधिवत आचार्य द्वारा पूजा अर्चना किया गया, ततपश्चात प्रतियोगिता शुरू की गई


             36 जोड़े बैल सजकर मैदान में थे
ट्रस्ट से मिली जानकारी के अनुसार बैल सज्जा प्रतियोगिता में 36 जोड़े बैल शामिल हुए थे, प्रतियोगिता में शामिल सभी बैलों के वेशभूषा व सजावट के आधार पर निर्णायक समिति के सदस्यों द्वारा निर्णय कर पुरस्कार का वितरण किया गया, राजाराम गोंड बोधिबन के बैलों को प्रथम पुरस्कार ग्यारह सौ  रु द्वितीय पुरस्कार फागराम गोंड बोधिबन नौ सौ रु तृतीय स्थान पर परदेशी नेताम के बैल रहे जिन्हें मन्दिर ट्रस्ट द्वारा सात सौ रु नगद देकर पुरस्कृत किया गया,वही प्रतियोगिता में शामिल रहे पांच बैल जोड़े को पांच पांच सौ रु सांत्वना पुरस्कार तथा राजकुमार यादव जो मात्र एक बैल को सजाकर आकर्षक रूप में प्रतियोगिता में शामिल किया था उसे विशेष पुरस्कार से सम्मानित किया गया,निर्णायक के रूप  में नगर के प्रतिष्टित नागरिक शंकर पटेल, घनश्याम निषाद, किशन तंबोली उपस्थित रहे,महामाया मन्दिर ट्रस्ट के अध्यक्ष आशीष सिंह ने बताया कि छतीसगढ़ के लोक,कला व संस्कृति को बनाये रखने के लिए ट्रस्ट द्वारा इस तरह के अनेक आयोजन कराते रहती है,जिससे लोग प्रोत्साहित होते है और हमारे कला संस्कृति पुनर्जीवित होते रहती है,
ट्रस्ट के इस गरिमामय आयोजन के अवसर पर महामाया मंदिर ट्रस्ट के मुख्य पुजारी पँ. अरुण शर्मा, उपाध्यक्ष मनराखन जायसवाल,भगवान आश्रय,  धर्मेंद्र चंदेल,पुजारी कृष्णकांत शर्मा, संतोष शर्मा, सुरेश कौशिक, अनुभव पाठक सहित नगर के गणमान्यजनों की उपस्थिति रही।