युमना में आई भीषण बाढ़ से तटीय इलाकों में भरा पानी

बाढ़ की विभीषिका से जूझ रहे ग्रामीण जिलाधिकारी अभिषेक मीणा व पुलिस अधीक्षक सुश्री सुनीति के निर्देशन में राहत कार्य में जुटा प्रशासन


कानपुर(अमर स्तम्भ)। राजस्थान के कोटा बैराज से पानी छोड़े जाने के बाद औरैया जिले में यमुना नदी ने तांडव मचाना शुरू कर दिया है। खतरे के निशान से 2 मीटर ऊपर बह रही यमुना उफान पर है । जिसके चलते जनपद के करीब दर्जन भर गांव पानी से घिर गए हैं। संपर्क मार्ग पूरी तरह से जलमग्न हो गया है । जिससे आवागमन भी ठप हो गया है। आलम यह है कि घरों में पानी घुसने के कारण ग्रामीण घरों की छतों पर रात गुजारने को मजबूर है। बाढ़ का पानी घर में घुसने के चलते प्रभावित लोग सुरक्षित स्थानों की ओर पलायन करने को मजबूर है। प्रशासन की टीम दिनभर लगातार बढ़ रहे जलस्तर पर नजर भले ही बनाए हैं लेकिन गांव वालों को एक गांव से दूसरे गांव में जाने के लिए नाव का सहारा लेना पड़ रहा है। आलम यह है, कि घरों में पानी घुसने के कारण ग्रामीण घरों की छतों पर रात गुजारने को मजबूर है। बाढ़ का पानी घर में घुसने के चलते प्रभावित लोग सुरक्षित स्थानों की ओर पलायन करने को मजबूर है। प्रशासन की टीम दिनभर लगातार बढ़ रहे जलस्तर पर नजर भले ही बनाए हैं। लेकिन गांव वालों को एक गांव से दूसरे गांव में जाने के लिए नाव का सहारा लेना पड़ रहा है। जिले मे यमुना का जलस्तर को बढ़ते देख ग्राम मढ़ापुर निवासी नाथूराम, तिवारी,मेंबर सिंह, पूर्व प्रधान रन्नो देवी, अमर सिंह, नरसिंह, अजय तिवारी, संतोष तिवारी, औरैया के पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष ,पूर्व राज्यमंत्री मो0 इरशाद भाई ने गांव के लोगो से मिलकर उनके हाल चाल लिए और जिला प्रसासन को इससे अबगत कराया औरैया जिले मे यमुना का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। लोगों ने बताया गेहूं की फसल बाढ़ की विभीषिका से डूब कर नष्ट व बर्बाद हो चुकी है। वहीं ग्रामीणों को बाढ़ के चलते खतरा बना हुआ है। यहां तक कि औरैया जाने वाला मार्ग भी जल प्लावन से तबाह हो चुका है। जिसके चलते ग्रामीणों को काफी चक्कर काटकर औरैया जाना पड़ता है। शेरगढ़ घाट यमुना नदी पर वाहनों व आवागमन प्रशासन ने बंद कर दिया है,औरैया तहसील में बाढ़ की विभीषिका का जायजा लेने गांव मई व नौरी, मढ़ापुर, भदौरा, क्योटरा, आस्ता, सिकरोडी, बड़ी, गूंज ततारपुर, कानपुर देहात के गांव गौहानी, सनगढ, हिंडोली,करमख्य, आदि गांव बाढ़ से प्रभावित रहे पी ए सी के जवानों के साथ एस डी एम सदर श्री अनुपम शुक्ला व तहसीलदार श्री राजकुमार चैधरी के साथ लेखपाल पतंजलि दुबे, एस डी एम, के साथ स्वास्थ्य विभाग की टीम ने गांव में पहुंच कर बीमारों को दवाइयां वितरित की हैं। बाढ़ से पीड़ित परिवारों को भोजन वितरित किया गया, यमुना खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। यमुना का जलस्तर बढ़ रहा है। शहर कोतवाली यमुना नदी का जलस्तर बढ़ने से शहर के आस-पास के गांव के लोगों ने यमुना नदी का विकराल रूप देखने पहुंचे, वहीं पर लोगों ने सेल्फी भी खींची, वहीं जब युवाओं द्वारा पुल पर रेलिंग से सेल्फी लेने की खबर वायरल हुई तो हरकत में आये प्रशासन द्वारा पुल के आस पास फोर्स तैनात कर दी गयी,वहीं खतरे को देखते हुए बड़े वाहनों को पुल पर प्रतिबंधित कर दिया गया, बाढ़ क्षेत्र के किसानो की फसल पूरी तरह हो गयी है नष्ट हो गई है, यमुना के किनारे के अलावा अब करीब तीन चार  किलोमीटर आसपास की जमीन पर बोयी गयी बाजरा ज्वार आदि की फसले पूरी तरह से जलमग्न हो गयी है। जिससे किसानो की चिन्ता और भी अधिक वढ़ रही है।


फोटो-1 बाढ़ का जायजा लेते एसडीएम


फ़ोटो - 2-लोगो को सुरक्षित निकलती एनडीआरएफ की टीम


फ़ोटो - 3-बाढ़ का जायजा लेने जाते एएसपी