मैनपुर(अमर स्तम्भ)। मैनपुर वन परिक्षेत्र के बीट क्रमांक 1065 झरिया बाहरा नर्सरी जिसका निर्माण सन 1980 में लगभग 25 हेक्टयर वन भूमि पर किया गया था जंहा अच्छी क्वालिटी के सागौन के वृक्ष रोपे गए थे जो अब बड़े होकर बहुमूल्य पेड़ बन चुके है जिन पर लकड़ी चोरी करने वालों की नजर जमीं रहती है।लेकिन वन विभाग की उदासीनता के चलते अब यहा नर्सरी पर अब लकड़ी चोरो का राज है मौके पर इस बहुमूल्य वन संपति का जमकर दोहन हो रहा है और वनविभाग भरपूर अमला तैनात है इस नर्सरी से सड़क के किनारे ही जब सागौन की इतनी अवैध कटाई हो रही हो तब जंगल के अंदर कितनी कटाई हो रही होगी। यह कल्पना की जा सकती है।बीट क्रमांक 1065की नर्सरी में अब जगह - जगह ठूंठ दिखाई देने लगे है। वनविभाग के लापरवाह अधिकारी और कर्मचारियों द्वारा अनदेखी की जा रही है।चोरो द्वारा के पेड़ चोरी कर ले जा चुके है और इसकी भनक तक विभाग को नही लग पाई है जिससे यहाँ स्पष्ट होता है कि वन विभाग ने यह नर्सरी अब चोरो के हवाले कर दिया गया है जिससे वनों में सागौन का तेजी से सफाया होता जा रहा है।ज्ञात हो कि झरिया बाहरा नर्सरी में हरे-भरे सागौन के पेड़ों की अवैध कटाई हो रही है। लेकिन अवैध कटाई पर वन विभाग अंकुश नहीं लगा पा रहा है। जिसके कारण लाखों रुपए की बहुमूल्य प्रजाति के पेड़ों की कटाई कर उसकी चोरी कर रहे है। वन परिक्षेत्र मैनपुर के क्षेत्रों में पेड़ों की अवैध कटाई का सिलसिला बदस्तूर जारी है।
यहां चोर आरी और कुल्हाड़ी से पेड़ों की कटाई करते हैं। इसके बाद उसका आसानी से परिवहन भी कर देते हैं। विडम्बना यह है कि दिन-रात जंगलों की सुरक्षा करने में लगे वन अमले को न तो पेड़ों की कटाई की गूंज सुनाई देती है और न ही उनके परिवहन की भनक लग पाती है।
दिन-रात हो रही कटाई जंगलों में चोर दिन-रात से पेड़ों की अवैध कटाई कर रहे है। बावजूद इसके अवैध कटाई की जानकारी वन विभाग को नहीं लग पा रही है। विरले होते जा रहे वन इधर, पेड़ों की अवैध और अंधाधुंध कटाई से सागौन की नर्सरी का सघन जंगल विरला होते जा रहा है। लेकिन वन विभाग अवैध कटाई को रोक नहीं पा रहा है। पेड़ बचाने के लिए वन विभाग कगजो मे लाखों रुपए खर्च कर रहा है, लेकिन आज भी चोरी-छिपे पेड़ काटे जा रहे हैं। वन विभाग की खानापूर्ति के कारण पेड़ काटे जाने की जानकारी भी अधिकारियों को नहीं हो पाती है।वन परिक्षेत्र मैनपुर में बचे-खुचे जंगलों को काटकर लोग नष्ट कर रहे हैं। धीरे-धीरे लोग पूरा जंगल ही काटकर ले जाएंगे, लेकिन विभाग को पता तक नहीं चलेगा। दरअसल विभाग के द्वारा जंगलों की निगरानी ही नहीं की जा रही है। विभाग की लापरवाही से जंंगल नष्ट हो रहे हैं। इस संबंध में वन मंडल अधिकारी मयंक अग्रवाल से चर्चा करने पर उन्होंने कहा कि तुरंत जांच करवाई जावेगी और दोषियों पर कड़ी कार्यवाही की जायेगी।
बहुमूल्य सागौन नर्सरी को वन विभाग ने किया चोरों के हवाले सागौन का हो रहा सफाया, वन विभाग मौन