पनकी महंत ने गवन के आरोपों का किया खंडन

कानपुर(अमर स्तम्भ)। श्री पंचमुखी हनुमान मंदिर पनकी के महंत जितेंद्र दास ने अपने ऊपर लगाए गए पांच करोड़ के गवन का खंडन किया है। प्रेस क्लब में आयोजित एक प्रेस वार्ता में महंत जितेंद्र दास ने बताया कि जनार्दन दास जो कि फर्जी महंत हैं उन्होंने मेरे तथा छोटेलाल पांडे, बालक दास, शैलेंद्र अग्रवाल, जागेश्वर नाथ चतुर्वेदी पर झूठा मुकदमा दायर किया है ।जनार्दन दास को महंत लिखने का अधिकार नहीं है। एसीएम एम्--2 ने आदेश पारित किया था कि जनार्दन दास पनकी मंदिर के महंत न थे न हैं ।मेरे ऊपर जो आरोप लगाए गए हैं और उनमें जो बैंक का खाता दिखाया गया है वह बैंक खाता दो हजार 15 को खुला है जबकि गबन 2010 को दर्शाया गया है। मंदिर के पूर्व महंत बाबा भुवनेश्वर दास के स्वर्गवास के बाद सारे क्रिया कर्म मैंने किए थे। 29 मार्च 2014 को मुझे भव्य समारोह में सैकड़ों संतो, क्षेत्रीय पार्षद ,क्षेत्रीय विधायक, सांसद, मंत्री आदि की उपस्थिति में महंत का उत्तराधिकारी घोषित किया गया था। मंदिर में दो महंत हैं ।मुझे जो आधा चढ़ावा मिलता है उसका पूरा हिसाब मौजूद है और 2014 से 2019 तक का प्रतिवर्ष का बैलेंस शीट तथा आरटीआई इनकम टैक्स विभाग में दिया जाता रहा है ।यह मुकदमा गलत है ।यह मुझे बदनाम करने के लिए एक साजिश है । मुझे पता चला है कि कृष्ण लाल शुक्ला, साहेब लाल शुक्ला ,जनार्दन दास ई  ब्लॉक पनकी निवासी मुझे मारने की साजिश रच रहे हैं ।मुझे अंदेशा है यह लोग मुझे मार कर मंदिर पर कब्जा करना चाहते हैं। महंत जितेंद्र दास का कहना है कि जिस प्रकार से हमारे ऊपर झूठा गलत आरोप लगा कर मुझे बदनाम किया गया।