पुलिस विभाग में दशहरा पर्व पर शस्त्र की पूजा-पाठ के बाद हुई काम की शुरुआत

भारतीय परंपरा के अनुरूप है  पुलिस प्रशासन भी 


गारियाबंद(अमर स्तम्भ)। आश्विन मास के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को विजयादशमी मनाई जाती है। इस दिन देवी अपराजिता की पूजा की जाती है। इस पूजा में मां रणचंडी के साथ रहने वाली योगनियों जया और विजया को पूजा जाता है। इनकी पूजा में अस्त्र-शस्त्रों को सामने रखकर पूजा करने की परंपरा रामायण और महाभारत काल से चली आ रही है।पुलिस प्रशासन भी भारतीय परंपराओं से परे नही है। इसका ताजा उदाहरण शस्त्र पूजा के रूप में हर साल ही देखने मिलता है। एक बार फिर पुलिस के आला अफसरों से लेकर सिपाहियों तक ने शस्त्र पूजा में हिस्सा लेकर बंदूकों की पूजा कर माता से आशीर्वाद मांगा।कोतवाली,सहित गरियाबंद जिला अंतर्गत के सभी थानाक्षेत्रों में दशहरा पर्व पर  शस्त्र पूजा का आयोजन किया गया।इस दौरान ब्राम्हण के माध्यम से मंत्रोच्चार कर शस्त्रों का विधि-विधान से पूजन हुआ। यहां आपको बता दें कि हर साल विधि-विधान से दशहरे के अवसर पर पुलिस विभाग में शस्त्र पूजन का आयोजन होता है। मां भवानी का पूजन कर आशीर्वाद प्राप्त किया जाता है। ताकि बुराई का अंत कर अच्छाई पर जीत प्राप्त की जा सके।ज्ञात हो कि विश्वकर्मा जयंती के दिन जिस तरह मशीनरी सामान की पूजा पाठ की जाती है। हरियाली के दिन हल व अन्य औजारों की पूजा की जाती है। ठीक उसी तरह दशहरा के दिन पुलिस विभाग भी अपने थानों के शस्त्रों की पूजा पाठ करती है। बुराई पर अच्छाई की जीत के पर्व दशहरा के दिन पुलिस विभाग में शस्त्र पूजा की परंपरा है। परंपरा का निर्वहन करते हुए गरियाबंद जिला अंतर्गत के हर थानों में मंगलवार को विधि विधान से शस्त्रों की पूजा पाठ कराई गई। थानों में शस्त्रों की साफ-सफाई कराकर पूजा स्थल बनाकर उसमें रखा गया। पंठित के द्वारा मंत्रोचार कर पूजा पाठ की गई। पुलिस लाइन गरियाबंद में पूजा कराते हुए पुलिस अधीक्षक एम आर आहिरे पंडित के द्वारा मंत्रोचार के साथ शस्त्रों की पूजा पाठ कराई । इस दौरान उप पुलिस अधीक्षक शुखनन्दन राठौर  सहित बड़ी संख्या में पुलिस अधिकारी कर्मचारी मौजूद रहे। इस दौरान पंडित के द्वारा एसपी श्री आहिरे ने विधि विधान से शस्त्र पूजा कराई ।पुलिस विभाग में आज पूजा-पाठ के बाद हुई काम की शुरुआत की गई पूजा पाठ का दौर तकरीबन एक घंटे तक चला। मौके पर बड़ी संख्या में पुलिस कर्मियों की भीड़ रही। इसी तरह छुरा थाना प्रभारी कृष्ण कुमार वर्मा हम स्टाफ सहित एवम जिला के सिटी कोतवाली गरियाबंद टीआई राजेश जगत, थाना पांडुका टी आई हर्षवर्धन सिंह बैश,थाना राजिम प्रभारी विकास बघेल, थाना फिंगेश्वर प्रभारी भूपेंद्र साहू, थाना मैनपुर प्रभारी संतोष कुमार भुआर्य, थाना देवभोग प्रभारी सत्येंद्र सिंह श्याम, थाना अमलीपदर प्रभारी बसंत बघेल, थाना इनदागांव प्रभारी जय वीर भगत ,थाना जुगाड़ प्रभारी कैलाश केसरवानी, थाना शोभा प्रभारी संतोष सिंह चौकी वृंदा, नवागढ़ प्रभारी ध्रुव थाना, पीपर छड़ी प्रभारी गुलाब टंडन।सहित गरियाबंद जिला के समस्त थानों में पुलिस द्वारा शस्त्र पूजा की गई ।ज्ञात हो कि शासन द्वारा शस्त्र कानून व्यवस्था के मद्देनजर पुलिस को शस्त्र प्रदान कराई जाती है।मैदानी क्षेत्र के थाने में रखे शस्त्र का उपयोग बहुत कम होता है। ये शस्त्र थानों में केवल शो.पीस बनकर रह जाते हैं। वहीं नक्सल क्षेत्र के शस्त्रों का उपयोग नियमित होता ही रहता है। मैदानी क्षेत्र में सालों में कभी-कभार ही शस्त्र का उपयोग होता होगा। दशहरा के दिन भारतीय परंपरा अनुशार शस्त्रों की पूजा अर्चना की जाती है।