महोबा(अमर स्तम्भ)। पुलिस कंट्रोल के सीयूजी CUG नंबर पर अपर पुलिस अधीक्षक ASP बनकर दरोगा को तत्काल बात करने का मैसेज जारी करने का निर्देश जारी किया गया. यही नहीं महोबा पुलिस कंट्रोल रूम से बाकायदा वायरलेस सेट पर मैसेज भी फारवर्ड किया गया. वायरलेस सेट पर डीजीपी कंट्रोल का मैसेज मिलते ही दरोगा स्वतंत्र देव गुप्ता ने आनन फानन में 30 हजार रुपये पेटीएम से भेज दी. कुछ ही देर में नंबर बंद होते ही दरोगा ने परेशान होकर आलाधिकारियों से संपर्क किया है, महोबा सर्विलांस सेल नबंर को ट्रेस कर हैकर की तलाश में जुट गई है. पुलिस महानिदेशक कार्यालयDGP कंट्रोल रूम के फर्जी फोन काॅल से साइबर अपराधियों द्वारा उत्तर प्रदेश के महोबा जिले में तैनात पुलिस के एक दरोगा से 30 हजार रुपये ठगी कर लिए जाने की घटना से हड़कंप मचा है. पुलिस घटना की जांच पड़ताल में जुट गई है, सदर कोतवाली की फतेहपुर बजरिया पुलिस चौकी में तैनात उप निरीक्षक स्वतंत्र गुप्ता ने बताया कि साइबर क्राइम के ठगों ने जिला मुख्यालय में पुलिस के कंट्रोल रूम में सीयूजी नम्बर पर फोन करके बात कराने को कहा तथा देरी होने पर उसे तत्काल रिटर्न फोन करने के लिए निर्देशित किया. पुलिस मुख्यालय से फोन आने की बाद दरोगा के होश उड़ गए, दरोगा के मुताबिक वापस काॅल करके मामले में बात की तो ठगों ने उसे गोपनीय सूचना बताते हुए उसके इलाके से तस्करों द्वारा भारी मात्रा में अवैध दो नम्बर का सोना निकाले जाने की जानकारी दी और इसे पकड़े जाने के लिए मुखबिर को उत्साहित करने हेतु 30 हजार रुपये दिए जाने के निर्देश दिए. ओर अपराधियों ने धनराशि भेजने के लिए दरोगा को बैंक एकाउंट नंबर भी दिया, पुलिस सूत्रों ने बताया कि पुलिस मुख्यालय से आई फोन कॉल से हड़बड़ाए दरोगा ने प्रकरण में समुचित तहकीकात किये बगैर संबंधित एकाउंट नम्बर पर तत्काल पेटीएम के माध्यम से 30 हजार की धनराशि ट्रांसफर कर दी. मामले में उसने अपने उच्च अधिकारियों को बाद में जानकारी दी तो प्रकरण का खुलासा हुआ, पुलिस अफसरों ने मामले में आनन-फानन में जांच पड़ताल शुरू कराई है तथा संबंधित फोन कॉल ओर बैंक एकाउंट को ट्रेस किया है. पुलिस उप अधीक्षक जटाशंकर राव ने बताया कि ठगी का शिकार बने दरोगा से प्रकरण में शिकायत दर्ज कराने तथा मामले में आवश्यक कानूनी कार्यवाही के निर्देश दिए गए है
महोबा में डीजीपी कंट्रोल के नाम पर दरोगा से ठगी