डॉ अरविंद भूषण को नहीं छोड़ रहा बिल्हौर सीएचसी का मोह



बिल्हौर(अमर स्तम्भ)। क्षेत्र में पिछले 2 महीने से डेंगू जैसी गंभीर बीमारी से हो चुकी 2 दर्जन से अधिक मौतों के बाद स्वास्थ्य विभाग के लखनऊ तक के अधिकारियों की नींद टूटने के बाद हरकत में आए सीएमओ कानपुर डॉ अशोक शुक्ला ने बीते 19 नवंबर को बिल्हौर सीएचसी अधीक्षक डॉ अरविंद भूषण को बिल्हौर से तबादला कर कानपुर मुख्यालय पर तैनात कर दिया था। इसके बाद भी पूर्व अधीक्षक तानाशाही करते हुए बिल्हौर सीएचसी में बैठकर अपने अधीनस्थों को आदेश देने के साथ ही वित्तीय कार्यों में लाखों रुपए की हेरा-फेरी करने में जुटे हुए हैं। पूर्व में लगातार लापरवाही व मनमानी के लिए चर्चित रहे डॉ अरविंद भूषण को कई बार सीएचसी निरीक्षण के दौरान प्रशासनिक अधिकारियों ने फटकार लगाते हुए उनके खिलाफ रिपोर्ट बनाकर डीएम व सीएमओ कानपुर को भेजी थी। इसके बावजूद भी उन पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। सूत्रों की माने तो कानपुर सीएमओ का अधीक्षक डॉ अरविंद भूषण को वरदहस्त प्राप्त है। बीते दिनों आये एसीएमओ कानपुर डॉक्टर राजेश कटियार के सामने पूर्व सीएचसी अधीक्षक बिल्हौर डॉ अरविंद भूषण ने अपना चार्ज सीनियरिटी के हिसाब से डॉ एके तिवारी को दिया लेकिन कोई भी वित्तीय या लिखित में अन्य कोई चार्ज नही दिए। इसके बाद उन्होंने अपना चार्ज कानपुर मुख्यालय जाकर ले लिया।लेकिन आश्चर्यजनक बात यह है कि पूर्व सीएचसी अधीक्षक अरविंद भूषण मनमाने तरह से बिल्हौर सीएचसी आकर अधीनस्थों को निर्देश देने के साथ ही देकर चुपचाप वित्तीय कार्य भी कर लूट घसूठ कर रहे है। दो अधीक्षकों के बीच फंसी सीएचसी स्तर से डेंगू व बुखार पीड़ित मरीजों को गांव स्तर पर उपचार भी नही मिल पा रहा है।