शासन की गुप्त कार्रवाही को लेखपाल ने किया वायरल
कटरी और मझरा पीपर खेड़ा में चल रहे सर्वे की गुप्त जॉच करने आ रहे कमिश्नर की सूचना को किया वायरल, कमिश्नर ने रद्द किया निरीक्षण, जांच को वायरल कर गंभीर कार्रवाही बताकर क्षेत्र में माहौल गर्म करने का किया कार्य
शुक्लागंज(अमर स्तम्भ)। ग्राम सभा कटरी पीपर खेड़ा व ग्राम सभा मझरा पीपर खेड़ा में कई वर्षों से लंबित पड़े सर्वे के कार्य को अंतिम रूप देने के लिए शासन के निर्देश पर गुप्त रूप से निरीक्षण करने आ रहे कमिश्नर की सूचना को एक तथाकथित लेखपाल द्वारा सोशल मीडिया पर वायरल कर क्षेत्र में गर्म और हिंसक माहौल फैलाने की कोशिश की जा रही है जिसके कारण क्षेत्र के संबंधित प्रापर्टी डीलरों और काश्तकारों में आपस मे बवाल होने की संभावना बढ़ने की आशंका है। गुप्त निरीक्षण के वायरल होने की बात की जानकारी जिला प्रशासन को होते ही कमिश्नर ने अपना निरक्षण रद्द कर दिया जिसके कारण सर्वे का कार्य एक बार फिर अधर में लटका दिखाई दे रहा है जिसकी दिक्कत प्लाट की सही जानकारी न होंने पर आमजनता को उठानी पड़ेगी।
बताते चलेंकि ग्राम सभा कटरी पीपर खेड़ा व ग्राम सभा मझरा पीपर खेड़ा की जमीन पर सर्वे का कार्य कई वर्षों से लंबित पड़ा है। जिसको संज्ञान में लेकर शासन द्वारा सर्वे के कार्य को जल्द से जल्द पूरा करने का आदेश दिया गया था। सर्वे के कार्य को अंतिम रूप को जांच करने के लिए शासन द्वारा कमिश्नर को गुप्त तरीके से निरीक्षण करने के लिए भेजा जाना था। लेकिन कमिश्नर की आने की जानकारी वर्तमान तहसील बीघापुर लेखपाल रविन्द्र नाथ बाजपाई उर्फ गुरु द्वारा सरकारी ग्रुप व आमजनता में व्हाट्सएप्प के जरिये इस कार्यवाही का अलग रूप देते हुए वायरल कर दिया गया जिसके कारण क्षेत्र के काश्तकार व प्रापर्टी डीलरों में गर्म और हिंसक माहौल बनाने का कार्य किया गया। पूर्व में भी उक्त लेखपाल के गलत रवैये को लेकर जिले के अपर जिलाधिकारी राकेश सिंह द्वारा की गई स्थानांतरण कार्रवाही पर उनके खिलाफ लेखपाल ने कोर्ट में अवमानना का मुकदमा चलाया था और प्रशाशनिक अधिकारियों पर अपना दबाव बनाया था। तथाकथित लेखपाल द्वारा गुप्त निरीक्षण की जानकारी वायरल होने की खबर के चलते कमिश्नर को अपना निरीक्षण दिनांक 30 नवंबर, 2019 को रद्द करना पड़ा ।जिसके चलते कई वर्षों से लंबित पड़े सर्वे का कार्य एक बार फिर अधर में लटका दिखाई दे रहा है ।जिसका खामियाजा एक बार फिर क्षेत्र की जनता को उठाना पड़ेगा। इस लेखपाल द्वारा उच्च अधिकारियों के गुप्त मौका मुआयना के समय अनेकों लोगो को मौके पर पहुंच कर उन लोगो द्वारा स्थिति पर पूरा नियंत्रण करने का संदेश मात्र माहौल बिगाड़ने और शांति व्यवस्था भंग करने का एक बड़ा अवैधानिक काम किया गया हैं जो राज्य कर्मचारी आचरण नियमावली का स्वैत्व उल्लंघन है।