मंडल राजभाषा कार्यान्वयन समिति, झांसी की 159वीं बैठक एवं राजभाषा माह-2019 पुरस्कार वितरण समारोह संपन्न


झांसी(अमर स्तम्भ)। उत्तर मध्य रेलवे, झांसी मंडल पर  संदीप माथुर , मंडल रेल प्रबंधक, झांसी की अध्यक्षता में मंडल राजभाषा कार्यान्वयन समिति, झांसी की 159वीं  बैठक का आयोजन किया गया । मंडल रेल प्रबंधक,   संदीप माथुर  ने अपने संबोधन में कहा कि झांसी मंडल पर राजभाषा संबंधी कार्यां का निष्पादन काफी संतोषजनक है और आंकड़ों से विदित होता है कि राजभाषा अधिनियम की धारा 3/3 के अंतर्गत आने वाले दस्तावेज भी नियमानुसार जारी किए जा रहे हैं, मंडल पर स्टेशनों, कार्यालय परिसरों में लगाई जाने वालीं सूचनाऐं बोर्ड इत्यादि नियमानुसार हिंदी में है और कार्यालयीन कार्यां को भी गृह मंत्रालय द्वारा जारी वार्षिक कार्यक्रम में दिए गए लक्ष्यों के अनुरूप निष्पादित किया जा रहा है। उन्होंने आगे कहा कि आज अत्यंत हर्ष का विषय है कि मंडल पर आयोजित राजभाषा माह-2019 के पुरस्कार भी वितरित किए जा रहे हैं । उन्होंने सभी पुरस्कृत अधिकारियों व कर्मचारियों को हार्दिक शुभकामनाएं देते हुए अपना शत-प्रतिशत कार्य हिंदी में करने का आवाह्न किया ।
 अमित सेंगर जी अपर मुख्यि राजभाषा अधिकारी एवं अपर मंडल रेल प्रबंधक झांसी ने अपने संबोधन में कहा कि झांसी मंडल पर राजभाषा प्रयोग व प्रसारकी स्थिति संतोषजनक है । लेकिन इसमें अभी भी सुधार की गुंजाईस है । हमें इस ओर विशेष ध्यान देना होगा । राजभाषा में कार्य करना संवैधानिक दायित्व तो है ही इसके साथ ही साथ हमारा नैतिक कर्त्तहव्या भी है । झांसी मंडल पर राजभाषा माह.2019 के अंतर्गत मंडल कार्यालय के साथ ही साथ मंडल के अन्य  स्टेझशनों पर भी विभिन्नष प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया । इसमें सभी ने बढ़.चढ़ कर भाग लिया । आज राजभाषा के क्षेत्र में उत्कृतष्टय कार्य करने के लिए मंडल के अधिकारियों व कर्मचारियों को पुरस्कृत  किया जा रहा है । मैं पुरस्कार पाने वाले अधिकारियों व कर्मचारियों को बधाई देता हूं ।
इस अवसर पर मंडल के राजभाषा अधिकारी,  एम.एम. भटनागर ने मंडल पर हो रहे हिंदी कार्यों की विभागवार समीक्षा की और राजभाषा माह के दौरान आयोजित विभिन्न प्रतियोगिताओं के संबंध में कहा कि जिस तरह से कर्मचारियों ने इन प्रतियोगिताओं में बढ़-चढ़कर भाग लिया है इससे साफ जाहिर होता है कि हमारे मंडल के साथ ही अन्य स्टेशनों पर कर्मचारियों का राजभाषा के प्रति काफी रूझान है । इससे वे भविष्य में भी अपने-अपने कार्यालयों में राजभाषा हिंदी के प्रयोग व प्रसार को बढ़ाएंगे । मंडल पर राजभाषा माह के दौरान अधिकारियों की तत्काल भाषण प्रतियोगिता व प्रश्न मंच प्रतियोगिता तथा कविता पाठ प्रतियोगिता के साथ-साथ हिंदी टिप्पणी एवं प्रारुप लेखन, हिंदी निबंध, हिंदी वाक् आदि प्रतियोगिताएं आयोजित की गईं थी इन प्रतियोगिताओं में विजयी प्रतिभागियों एवं उनके अधिकारियें द्वारा संस्तुति नामों के आधार पर उन्हें पुरस्कृत किया गया। इस अवसर पर राजभाषा के क्षेत्र में उत्कृष्ट विभाग की चल बैजयंती वरिष्ठ मंडल विद्युत इंजीनियर सामान्य  विभाग को तथा उत्कृष्ट राजभाषा कार्यान्वयन समिति की चल बैजयंती वरिष्ठ मंडल मंडल विद्युत इंजीनियर, आर.एस, झांसी को दी, जिसे क्रमशः  रजत कुमार सिंह वरि.मंडल विद्युत इंजी.सामान्य, तथा  मयंक शांडिल्य, वरि.मं.वि.इंजी. (टीआरएस) झांसी ने ग्रहण की । वर्ष भर में सर्वाधिक हिंदी डिक्टेशन देने का पुरस्कार,रजत कुमार सिंह,वरिष्ठ मंडल विद्युत इंजी.टीडी, झांसी को प्रदान किया गया । राजभाषा के क्षेत्र में उत्कृरष्ट कार्य करने वाले परिचालन विभाग को सामूहिक पुरस्काकर प्रदान किया गया जिसे  शशि कांत त्रिपाठी वरिष्ठ  मंडल परिचालन प्रबंधक  ने प्राप्त  किया ।  इसके अतिरिक्त राजभाषा माह के दौरान विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेताओं व हिंदी में सराहनीय व उत्कृष्ट कार्य करने वाले 114 अधिकारियों, कर्मचारियों को नकद पुरस्कार व प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया गया ।                                   
कार्यक्रम में डॉ जितेन्द्र तिवारी, वरि.मं.वा.प्रबंधक निर्माद कुमार, वरिष्ठ मंडल सिग.एवं दू.सं'इंजी, मंयक शांडिल्य, वरि.मंडल वि.इंजी आर.एस.झांसी विपिन कुमार सिंह, वरि.मंडल संरक्षा अधि.,उल्लास कुमार, वरि.मं.कार्मिक अधिकारी,  करूणेश श्रीवास्तव, वरि.मं.यां.इंजी सीएंडडब्ल्यू, श्री गुंजन श्रीवास्तव मंडल इंजी.उत्तर,  राजेन्द्र कुमार, ईडीपीएम/मंडल वित्त प्रबंधक,  भीमराज धन्ना, वरि.मंडल विद्युत इंजी.सामान्य,  उमाकांत तिवारी, मंडल सुरक्षा आयुक्त, एस.पी.शाक्या, सहा.सामाग्री प्रबंधक, झांसी आदि अधिकारीगण उपस्थित रहे, इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए मंडल कार्यालय के राजभाषा विभाग में कार्यरत श्रीकांत शर्मा, कनिष्ठ अनुवाद  व राजेश त्रिपाठी, कार्यालय अधीक्षक, आदि का सहयोग अत्यन्त सराहनीय रहा, कार्यक्रम का संचालन राजभाषा अधिकारी,  एम.एम. भटनागर द्वारा किया गया तथा व आभार प्रदर्शन वरिष्ठ अनुवादक, भगवान दास द्वारा किया गया।