मोबाइल छंद

              मोबाइल छंद
"मोबाइल काल रेट बढ़े बेतहाशा।
घटिया  नेटवर्क  दे रहा निराशा।।
मिलीभगत से उन्हें मिल रही छूट।
सरेआम हो  रही  जनता से लूट।।
जिम्मेदारों!तुम्हारा काम बनता है।
पर भाड़ में जाती बेबस जनता है।।