आध्यात्मिक व नैतिक शिक्षा  बुद्धि विकास में सहायक- डॉ.आर.एस. यादव

■ सदस्य राष्ट्रीय बहाई आध्यात्मिक सभा भारत,प्रमुख शिक्षाविद व प्रबन्धक आकांक्षा जूनियर हाईस्कूल याकूबपुर ने किशोरों व युवाओं को दी प्रेरक सीख

औरैया : एक शैक्षिक कार्यक्रम के तहत क्षेत्र आगमन पर प्रमुख शिक्षाविद व राष्ट्रीय बहाई आध्यात्मिक सभा भारत के सदस्य डॉ. आर.एस. यादव ने किशोरों व युवाओं को अनिवार्य रूप से आध्यात्मिक व नैतिक शिक्षा प्रदान किये जाने पर बल दिया। स्थानीय आध्यात्मिक सभा बेला की सदस्य व समाजसेविका प्रमिला सिंह के आवास पर आयोजित एक शैक्षिक कार्यक्रम में राष्ट्रीय आध्यात्मिक सभा भारत के सदस्य,प्रमुख शिक्षाविद व आकांक्षा जूनियर हाईस्कूल याकूबपुर के प्रबन्धक डॉ. आर.एस. यादव ने कहा कि आज के परिवेश में प्रचलित शिक्षण व्यवस्था में आध्यात्मिक व नैतिक शिक्षा का निरंतर ह्रास हो रहा है,इस पर आवश्यक रूप से समाज,समुदाय,सरकार को संयुक्त रूप से सोच विचार की आवश्यकता है,शिक्षाविद डॉ. आर.एस. यादव ने कहा कि समाज के विकास में युवाओं की प्रमुख भूमिका होती है,क्योंकि वे अधिक क्षमतावान व संवेदनशील  होते हैं,यदि किशोरों व युवाओं को उचित  मार्गदर्शन, आध्यात्मिक व नैतिक शिक्षा मिले तो वे सामाजिक संरचना के पुनुरुत्थान में महत्वपूर्ण योगदान कर सकते हैं,उन्होंने कहा कि एक तरफ सरकार जोर शोर से शिक्षा के उन्नयन के लिए नित नए नियम बना रही है, पर उनका परिणाम ढाक के पात की कहावत चरितार्थ कर रहे हैं,उन्होंने बताया कि आज की पाठ्य सामग्री में कहीं भी आध्यात्मिक व नैतिक शिक्षा देखने को नहीं मिलती है,यह बहुत बड़ी विसंगति है जो शिक्षा की दुर्गति कर रही है,उन्होंने किशोरों व युवाओं का आवाहन किया कि वे अपने माता-पिता,गुरुजनों,परिजनों व बड़ों का सम्मान करें व मेहनत से पठन पाठन कर आशातीत सफलता प्राप्त करें ताकि वे परिवार,समाज,समुदाय के विकास में महत्वपूर्ण योगदान प्रदान कर सकें,इस अवसर पर डॉ. आर.एस. यादव को प्रतिभावान छात्र आशीष कमल व उपस्थित संभ्रांतजनो ने माल्यार्पण कर सम्मानित किया गया,इस मौके पर समाजसेविका प्रमिला सिंह,आशीष कमल के अलावा दीन बंधु,शुभम बाबू,समाज सेवी व पत्रकार घनश्याम सिंह,सर्वेश कुमार आदि उपस्थित थे।



फ़ोटो:1. डॉ. आर.एस. यादव का माल्यार्पण करते आशीष कमल


2. उपस्थित समाजसेविका प्रमिला सिंह, समाजसेवी घनश्याम सिंह