गरियाबंद (अमर स्तम्भ):- शासन के मंशा के अनुरूप जिले में ग्रीष्मकालीन धान के बदले दलहन-तिलहन और मक्के की खेती को बढ़ावा दिया जा रहा है। कलेक्टर श्री श्याम धावड़े के निर्देशानुसार कृषि विभाग द्वारा किसानों को ग्रीष्मकालीन धान के बदले दलहन-तिलहन और मक्के, गेहॅू फसल की पैदावारी के लिए किसानों को समसामयीक सलाह के साथ उन्नत किस्म के बीज एवं उर्वरक उपलब्ध कराये जा रहे हैं। जिसका परिणाम गतवर्ष की तुलना में इस वर्ष रबी क्षेत्राच्छादन में आशातित बढ़ोत्तरी हुई है। वहीं ग्रीष्मकालीन धान की रकबा में कमी आयी है, उप संचालक कृषि श्री फागूराम कश्यप ने बताया कि जिले में रबी सीजन में 19 हजार 475 हेक्टेयर रकबा में गेहॅू,मक्का व धान, 29 हजार 310 हेक्टेयर रकबा में दलहन फसल चना, मटर, मसुर, मुंग, उड़द, कुल्थी, तिवड़ा तथा 11 हजार 543 हेक्टेयर रकबा में तिलहन फसल सरसों, अरसी, कुसुम, सूर्यमूखी, तिल व मुंगफली की पैरावारी ली जा रही है। इसके अलावा 66 हेक्टेयर रकबा में गन्ना की फसल व 4 हजार 560 हेक्टेयर रकबा में सब्जी वर्गीय फसलों की पैदावारी ली जा रही है, उन्होंने बताया कि कृषि विभाग के मैदानी अमले द्वारा कृषकों को फसलों की पैदावारी बढ़ाने कृषि के उन्नत तकनीक की जानकारी गांवो में जाकर दी जा रही है। कृषि विभाग किसानों को समझाईश दी जा रही है कि दलहन-तिलहन फसलों में धान की अपेक्षा कम पानी में अधिक पैदावारी होती है। ग्राम रावन, गुण्डरदेही, गदहीडीह, कोपरा,किरवई, कुम्ही, देवरी, पसोद, पेन्ड्रा के किसानो ने शासन के मंशा के अनुरूप परिवर्तित फसलों की पैदावारी लेने आगे आए हैं।
जिले में दलहन-तिलहन और मक्के की खेती को बढ़ावा ,74 हजार हेक्टेयर रबी फसलों की पैदावारी