राजिम माघी पुन्नी मेला आज से,पुन्नी स्नान में जुड़ेंगे बड़ी संख्या में श्रद्धालु
गरियाबंद/राजिम(अमर स्तम्भ):- छत्तीसगढ़ के प्रयाग राग संगम राजिम का माघी पुन्नी  मेला आज से शुभारंभ आज से आगाज होकर 21 फरवरी महाशिवरात्री तक चलेगा। रविवार सुबह मांघी पुन्नी के अवसर पर लाखों श्रद्धालु पुन्नी स्नान किया। पुण्य स्नान पश्यात भगवान श्री राजीव लोचन एवम् कुलेश्वर महादेव, दानेश्वर,बाबा गरीबनाथ,लॉमश ऋषि आश्रम दर्शन कर पुण्य लाभ लिया मेले के दौरान भव्य महानदी की आरतीदीदी मां साध्वी प्रज्ञा भारती के सानिध्य में प्रतिदिन शाम 6 बजे से शाम 7 बजे तक आयोजित किया जाएगा।राजिम क्षेत्र को छत्तीसगढ़ के पंचकोसी परिक्रमा के नाम से भी जाना जाता है। पंचकोषी परिक्रमा में 5स्वयंभू शिवलिंग की लोग साधना पूर्वक यात्रा करते हैं जिनमें प्रमुख रूप से कुलेश्वर महादेव,(राजिम), पतेश्वर महादेव(पतेवा), चम्पेश्वर महादेव(चंपारण),फनिकेश्वर महादेव (फिंगेश्वर), और कोपेश्वर महादेव कोपरा है। राजिम की पुण्य नगरी पुरा तत्वों एवम प्राचीन सभ्यता के लिए प्रसिद्ध है। यहां भगवान श्री राजीव लोचन की भव्य प्रतिमा स्थापित है।राजिम लोचन का जन्मोत्सव माघी के दिन मानता है। इस दिन उड़ीसा के जगन्नाथ का पट बंद रहता है क्योंकि भगवान जगन्नाथ श्री राजीव लोचन का जन्मोत्सव मानने राजिम आते हैं। मेला कि तैयारी को लेकर संबंधित विभागों ने अपनी तैयारी पूरी कर ली है।धर्मस्व मंत्री ताम्रध्वज साहु लगातार मेला का क्षेत्र का भ्रमण कर तैयारियां का जायजा लिया। शुक्रवार को मंत्री श्री साहु ने मौसम को ध्यान में रखते हुए वॉटर फ्रफ पंडाल लगाने के निर्देश दिए है। निरीक्षण के दौरान कमिश्नर जी आर चुरेंद्र, कलेक्टर श्याम धावड़े, पुलिस अधीक्षक एम आर अहिरे, ओ एस डी समन्वयक एवं राजिम मेला समिति के गिरीश बिक्सा, संबंधित विभागों के अधिकारी एव स्थानीय जनप्रतिनिधि उपस्थित थे।

धर्मस्व मंत्री ने निरीक्षण के दौरान स्वास्थ्य विभाग को मेला क्षेत्र में स्वास्थ्य सुविधाओ कि व्यवस्था तथा डाक्टरों की टीम हमेशा मौजूद रहने के निर्देश दिए है। खाद्य विभाग को 50 डाल भात सेंटर संचालित करने, वन मंडलाधिकारी को बांस बल्ली उपलब्ध कराने, परिवहन विभाग को रायपुर,धमतरी, गरियाबंद, महसमुंद,जिलों के सभी रूटो में नियमित और प्रर्याप्त मात्रा में बसो का संचालन करने, विद्युत विभाग को प्रकाश की समुचित व्यवस्था करने एव पुलिस विभाग को मेला क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था के साथ ही बसो में होमगार्ड की तैनाती करने कि जिम्मेदारी दी गई है। मेला क्षेत्रों में कपड़े एवम कागज के थैलों के उपयोग को प्रोत्साहित करने को कहा गया है। राजिम मेला के क्षेत्रों में आने वाले सभी मार्गो की मरम्मत कराई गई है। मेला स्थल, संत समागम स्थल, लोमस ऋषि आश्रम, कुलेश्वर मंदिर,राजीव लोचन मंदिर और मुख्य मंच स्थल इन सभी को आपस में जोड़ने के लिए रेत की सड़कें बनाई गई है। लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग द्वारा विभिन्न स्थानों पर पेय जल के लिए पाईप लाईन और नल कलेक्शन लगा दिए गए हैं। संगम पर बने तीनों पुलों पर रोशनी के पर्याप्त प्रबंध करने लाइट लगाई गई है। रात में मेला स्थल को जगमग जगमग करने चारों तरफ हाई माक्स लाईट लगाई गई है। विद्युत मंडल द्वारा सभी स्थानों पर आवश्यकता नुसार विद्युत पोल ट्रांसफार्मर की व्यवस्था की गई है। नवापारा और राजिम के सभी मंदिरों का रंग रोगन कर प्रकाश की समुचित व्यवस्था की गई है, तीनों जिलों के स्वास्थ्य विभागों को मेला स्थल पर अलग अलग स्टाल लगाए गए हैं। जिसमें 24 घंटे विशेषज्ञ चिकित्सको और पैरामेडिकल स्टाफ की के दल स्थल पर नियमित रूप से राउंड लगाते रहेंगे। रायपुर जिले के स्वास्थ्य विभाग द्वारा नवापारा को और नेहरू घाट के पास अस्थाई शिविर लगाया गया है। शिविर में डाक्टरों को तैनात किया गया है एंबुलेश और 108 की संजिविनी की सेवाएं लगातार उपलब्ध रहेगी।तीनों जिलों के स्वास्थ्य विभाग द्वारा अपने निर्धारित शिविरों के पास प्रदर्शनी भी लगाई गई हैं। राजिम मेले में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर व्यापक इंतजाम किए हैं गरियाबंद एस पी नेतृत्व में रायपुर व धमतरी एस पी के साथ आपसी सामंजस्य से तैयारियां की गई है। मेला स्थल को सी सी टी वी कैमरों में निगरानी रखा जा रहा है। मेला स्थलों पर 9 सौ से अधिक पुलिस जवानों को तैनाती की जाएगी।

राजिम माघी पुन्नी मेला में छत्तीसगढ़ी सांस्कृतिक एवं लोक परंपराओं पर आधारित कार्यक्रम की प्रमुखता रहेगी। राज्य के प्रमुख लोक कलाकारों द्वारा प्रस्तुति दी जाएगी। मुख्य मंच पर रात्रि 8 बजे से 10 बजे तक रंगारंग प्रस्तुति होगी। मेला के पहले दिन आज 9 फरवरी को सुप्रसिद्ध कलाकार दिलीप षाडनगी के द्वारा, जस गीत गड़ाई के पीसी लाल यादव द्वारा मनमोहक छत्तीसगढ़ी कार्यक्रम की प्रस्तुति दी जाएगी। स्थानीय कलाकारों के कार्यक्रम शाम 5 बजे रात्रि 8 बजे तक होंगे। मुख्य मंच के अलावा मेला स्थल में अन्य मंच बनाया गया है जहा मुख्य रूप से छत्तीसगढ़ी संस्कृति और रीति रिवाजों से परिपूर्ण कार्यक्रम प्रस्तुत किए जाएंगे। मेले में नाचा, पंडवानी, रामघुणी, सुआ नृत्य,भोजली,डंडा नृत्य, राउत नाचा सहित गेडी नृत्य आकर्षण के केंद्र होंगे मेले में शासन की जनकल्याणकारी योजनाओं को भी प्रदर्शित किया जाएगा। विभागीय प्रदर्शनी में कृषि,उद्यानिकी, महिला एवं बाल विकास, स्वास्थ्य,वन, ग्रामौधोग,हस्तशिल्प, आदिवासी विकास,पर्यटन, जनसंपर्क तथा जिलापंचायत के स्टाल लगेंगे, पूरे मेले क्षेत्र में विभिन्न व्यवस्थाओं को सफलता पूर्वक सम्पन्न कराने धर्मस्व सचिव अविनाश चम्पावत, कमिश्नर एवं मेला अधिकारी जी आर चुरेंद्र, कलेक्टर गरियाबंद एवम अध्यक्ष राजीम माघी पुन्नी मेला स्थानीय समिति श्याम धावड़े, एस पी एम आर अहीरे, जिला पंचायत गरियाबंद के सी ई ओ विनय कुमार लंगह, ओ एस डी समन्वयक एवं सदस्य राजिम माघी पुन्नी मेला गिरीश बीस्सा, परियोजना अधिकारी डॉ. पंच भाई सहित राजिम माघी पुन्नी मेला स्थानीय समिति के सभी सदस्यों के अलावा संबंधित विभाग के अधिकारी कर्मचारी लगे हुए हैं।