सघन टीबी रोग खोजी अभियान 17 फरवरी से,15 लोगो को संक्रमित करता है एक टीबी मरीज़

कानपुर देहात(अमर स्तम्भ)। भारत को 2025 तक टीबी से मुक्त करने के लक्ष्य के साथ जिला  क्षय रोग विभाग एक बार फिर सघन टीबी रोग  खोजी अभियान की शुरुआत करेगी। 17 फरवरी से 29 फरवरी तक प्रस्तावित अभियान के लिए कुल लगभग 80 टीमें गठित करके उनकी ट्रेनिंग शुरू कर दी गयी है। हर टीम में एक आंगनवाड़ी कार्यकर्ता एक आशा और एक स्वास्थ्य कर्मी रहेगा। ये टीमें घर घर जाकर टीबी के मरीज़ों की पहचान करेंगी, जिला क्षय रोग अधिकारी (DTO) डॉक्टर जी एस चौहान ने बताया “इस बार टीमें घर मे मौजूद हर सदस्य से बात करेंगी। अब तक टीमें  केवल मुखिया से ही बात करती थी। उन्होंने बताया कि घर के हर सदस्य से बात करने का निर्णय इसलिए लिया गया ताकि कोई चूक न रह जाये। उन्होंने बताया टीबी का एक मरीज़ 10 से 15 लोगों को संक्रमित कर देता है इसलिए टीबी के मरीज़ की जल्द पहचान होने के बाद तत्काल उपचार शुरू कर देना चाहिए। जिला कानपुर देहात में अब तक 2093 से ज्यादा टी बी के मरीज़ों संख्या है 



टीबी के लक्षण....
2 हफ़्तों से लगातार खांसी 
बुखार
रात में पसीना आना
भूख न लगना
वजन में गिरावट आना


जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ चौहान ने बताया सघन टीबी खोज अभियान के लिए एक्टिव केस फाइंडिंग( एसीएफ) टीमो के सदस्यों को इसके लिए प्रशिक्षण दिया जा रहा है विभाग की ओर से सभी तैयारियां पूरी कर ली गयी है उन्होंने बताया इसके लिए 80 टीमो के ऊपर 16 सुपरवाइजर नियुक्त किये गए है। उन्होंने बताया 100 से ज्यादा जगहों को चिन्हित किया गया है जिनका  लक्ष्य  लाख ( 208065) लोग तथा 4 घरों 40000 तक पहुंचना है। टीम रोजाना कम से कम 50 घरों में जाएंगी और वहां जाकर अपने परिचय देने के बाद बात करेगी|  टीम के सदस्य यह जानकारी जुटाएंगी कि घर मे किसी को 15 दिन से खांसी या बुखार तो नही है, बलगम में खून तो नही आ रहा है या वजन तो नही गिर रहा है। इनमे से कोई भी लक्षण पाए जाने पर  टीम बलगम का सैंपल लेगी। यदि जांच में टीबी की पुष्टि होती है तो मेडिकल सुपरवाइजर उस घर पर जाकर उसका उपचार करेगा। जिला पीपीएम समन्वयक अनुराग तिवारी ने बताया सभी टीमें जनपद में कुल 208065 लोगों से सवाल पूछेंगी। उन्होंने बताया सघन टीबी खोज अभियान के दौरान घनी आबादी,स्लम एरिये, दूर दराज के क्षेत्र, भट्टे, या जंगल किनारे आदि पर खास फोकस रहेगा। घर के किसी भी सदस्य में टीबी के लक्षण न मिलने की स्तिथि में टीम घर के आगे क्रॉस का निशान  बनायेगी। और अगले दिन फिर जाकर निशान की पुष्टि करेगी।