यूपी के पीड़ित शिक्षामित्रो की अजीब परिस्थिति

यूपी(अमर स्तम्भ) :के पीड़ित शिक्षामित्रो का कोई भी नियमावली न होने से बेसिक शिक्षा विभाग जैसा चाहता है वैसा ही उसके साथ नित शोषण करता रहता है, यदि एक पैसा भी पीड़ित शिक्षामित्रो को बढ़वाना हो तो उसे सरकार के सामने नाक रकड़ना पड़ता है और सरकार जो चाहती है वहीं होता है, खैर एक अब नया प्रकरण हाइलाइट हुआ है। जनपद- देवरिया के पीड़ित शिक्षामित्र गीता देवी का जो  दिनांक - 16 जनवरी - 2020 को 62 वर्ष की आयु पूरी कर चुकी है लेकिन पीड़ित शिक्षामित्रो का कोई भी अब तक नियमावली न होने के कारण वहां के प्रभारी बीएसए ओमप्रकाश यादव उक्त शिक्षामित्र को नियमनुसार सेवा मुक्त नहीं कर पा रहे हैं, फिलहाल बीएसए ने उक्त शिक्षामित्र को सेवा मुक्त करने के लिए शासन से गाइड लाइन मांगी है और उक्त गाइड लाइन आते ही स्पष्ट हो जाएगा कि आगे पीड़ित शिक्षामित्रो से एक निर्धारित समय सीमा तक सेवा लाभ सरकार लेना चाहती है या उसकी नियत और कुछ है।

 

बहरहाल यदि  गीता देवी को सेवानिवृत्त करने के लिए कोई भी गाइड लाइन शासन से आती हैं तो इसी गाइड लाइन से यूपी के  शिक्षामित्रो का भविष्य भी तय हो जाएगा और यदि शासन ने  गीता देवी को उम्र 62 साल की आयु पर सेवानिवृत्त होने का आदेश देती हैं तो वह यूपी की पहली सेवा निवृत्त होने वाली शिक्षामित्र बनेगी |