झांसी(अमर स्तम्भ)। होली के त्योहार आते है झांसी जनपद सहित शहर में सबसे ज्यादा दिक्कत खोया का है। खोया की एकाएक डिमांड होने की वजह से इसमें सर्वाधिक मिलावट हो रही है। शहर में जगह-जगह मिलावटी खोया आने लगा है। प्रशासन की लापरवाही से यहां मिलावटी खोया धड़ल्ले से बिक रहा है। इतना ही नहीं अभी तक खाद्य विभाग ने खोया की दुकानों पर छापेमारी शुरू नहीं की है। इसका फायदा उठाते हुए दुकानदार त्योहार पर मुनाफा कमाने में लगे हैं। इस कारोबार से जुड़े लोगों की मानें तो एक किलो मावा पाउडर पानी में डालकर उबाला जाता है। धीरे-धीरे यह टाइट होने लगता है। खुशबू के लिए इसमें इत्र डाल दिया जाता है, जिससे खोवा जैसी खुशबू आने लगती है। एक किलो मावा पाउडर में डेढ़ किलो खोवा तैयार होता है। इसके साथ ही खोया में शकरकंदी भी मिलाई जाती है। डेढ़ किलो खोया बनाने में करीब 115 रुपये की लागत आती है। मावा पाउडर 90 रुपये प्रति किलो पड़ता है। बाजार में मौजूदा समय में खोया 200 से 250 रुपये प्रति किलो बिक रहा है। होली पर बिक्री से दुकानदारों की बल्ले बल्ले हो रही है।
होली पर नकली खोये की बिक्री से दुकानदारों की बल्ले बल्ले